Book Details

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Title

History of Tamil Literature

Translator

Dr. K. Ramanadhan

Publisher

Chennai: Central Institute of Classical Tamil

Publish Year

2024

Language

Hindi

Book ISBN

978-81-974289-4-4

Number of Pages

206

Book Price

Rs.400.00

About the Book:-

तमिळ भाषा - साहित्य का इतिहास अपनी साहित्यिक प्राचीनता एवं अन्य विशेष योग्यताओं के कारण एक भाषा को शास्त्रीय भाषा का स्थान प्राप्त होता है। इस उद्देश्य में संगम साहित्य ने ही तमिळ भाषा को शास्त्रीय भाषा नामक राजगद्दी पर बिठाया है। इसलिए हम ऐसा कह सकते हैं कि संगम साहित्य ने ही तमिळ जनों की अनोखी संस्कृति, इतिहास और साहित्यिक गरिमा को संसार की सभा में स्थायी स्थान दिलाया है। संगम साहित्य में कुल मिलाकर 2381 पद्य होते हैं और 473 कवियों ने उनकी रचनायें की हैं। उन कविगणों में अनेक प्रकार के धंधे करने वाले, शासक, कवयित्रियाँ आदि होते थे। उल्लेखनीय बात यह है कि अति प्राचीन काल में ही तमिळ साहित्य की रचना में कवयित्रियों ने भी अपना योगदान अदा किया है। संगम साहित्य शासक-प्रजा-कवि आदि तीनों के बीच के गहरे संबन्ध को साफ प्रकट करते हैं। उन साहित्यों के द्वारा यह भी प्रकट होता है कि संगम के कवि, प्रजा तथा शासक को आदर्श मार्ग प्रदर्शित करते थे और शासक तथा प्रजा उन कविगणों का बडा सम्मान करते थे।