Book Details
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Title |
Purananuru -Hindi Translation |
Translator |
Dr. N. Sundaram |
Publisher |
Chennai: Central Institute of Classical Tamil |
Publish Year |
2024 |
Language |
Hindi |
Book ISBN |
978-81-974289-0-6 |
Number of Pages |
1040 |
Book Price |
Rs.1600.00 |
About the Book:- |
पुरनानूरु अगनानूरु के बराबर बाह्य विषय पर आधारित 400 पद्मों से रचित ग्रंथ पुरनानुरु को पुरप्पाट्टु, पुरम् आदि के नाम से बुलाते हैं। इस ग्रंथ को संकलित करने वाले और करवाने वाले का नाम अपरिचित है। इसके पद्मों के चरण की न्यूनतम संख्या चार और अधिकतम संख्या 40 हैं। विद्वानों का विचार है कि इस ग्रंथ के पयों को संकलित करते समय एक युक्ति के आधार पर, तीन शासक याने चेर, चोळ और पाण्डिय, सामंत और युद्ध संबन्धि पद्य, प्रियजन की मृत्य पर शोक, यादगार स्तंभ, नारियों का अग्नि खान आदि के क्रम से रखे गये हैं। कुरिद्धि, मुल्लै, मरुदम्, नेय्दल्, पालै जैसे पाँच भूभाग विभागों के अनुसार वेट्चि, करन्दै, वञ्जि, काञ्जि, उक्रित्रै, तुम्बै, बागै, पाडाण, पौदुवियत्, कैलिळे, पेरुन्तिणै आदि अनुभाग और उनके विभाग के अनुसार पद्म विभाजित हैं। पचों के साथ अमुक राजा या दाता को अमुक कवि द्वारा गायी गयी सूचना भी इसमें होती हैं। |