Book Details
BACK
Title |
MANIMEKALAI (HINDI) |
Author |
M. GNANAM(Translator) |
Publisher |
Chennai: Central Institute of Classical Tamil |
Publish Year |
2024 |
Language |
Hindi |
Book ISBN |
978-81-19249-53-4 (HB) |
Number of Pages |
466 |
Book Price |
Rs.900.00 |
About the Book:- |
मणिमेखला महाकाव्य सीत्तलै सात्ततार् कृत एक तमिल महाकाव्य है। यह संघोत्तर काल का है। तमिल में अंतिम संघ साहित्य का काल ईसापूर्व तीसरी सदी से ईसा पश्चात तीसरी सदी तक माना जाता है। 'मणिमेखला' महाकाव्य इसके बाद का है। यह तमिल के प्राचीन पंच महाकाव्यों में एक है। सीत्तलै, सात्तनार के गाँव का नाम है। 'सात्तन' इनका नाम है। 'आर' आदर सूची प्रत्यय है। मणिमेखला महाकाव्य और सिलप्पदिकारम् जो नूपुर काव्य के नाम से हिंदी में अनूदित है, महाकाव्य द्वय कहलाते हैं। 'मणिमेखला' की कथावस्तु सिलप्पदिकारम की कथावस्तु के आगे की है। मणिमेखला काव्य में अनुप्रास और तुक की बहुलता है। हिंदी अनुवाद में भरसक अनुप्रास को रखने का प्रयास किया गया है। हिंदी के अनुरुप तुकांत भी बनाने का प्रयास है। |